'अनाम नाम '
किसी का कोई
नाम नहीं
क्यों की सब
'वो' है
और 'उसका' नाम रखने
वाला कोई नहीं
,
नाम नाटक के
पात्रों का है
"राम",
"श्याम" ,"बुद्ध","महावीर","जीसस "
और बहुत से
'अनाम',
हम अभिनय ही देख
सकते हैं
और अभिनय ही समझ
सकते हैं
और समझ सकते
हैं , मात्र 'नाम'
'अनाम' हमारी पकड़ से
दूर
क्यों की 'वो'
इतने निकट है
/
.....................................................................................................राजीव " सांकृत्यायन"
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